यम-दीपदान (Skandpuran)
कार्तिक कृष्ण त्रयोदशीको सायंकाल समय किसी पात्रामें मिट्टीके दीपक रखकर उन्हें तिलके तेलसे पूर्ण करे । उनमें नवीन रुईकी बत्ती रखे और उनको प्रकाशित करके गन्धादिसे पूजन करे। फिर दक्षिण दिशाकी ओर मुँह करके ‘मृत्युना दण्डपाशाभ्यां कालेन श्यामया सह ।
त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतां मम ॥’
मन्त्रसे से Yama Deep Daan दीप दान करे तो यमराज प्रसन्न होते हैं । यह त्रयोदशी प्रदोषव्यापिनी शुभ होती है।प्रदोषकाल बेला में दीपदान एवं लक्ष्मीपूजन करें ।
Dhan Teras - Yamay Deep Daan & Laxmi Pujan Muhurat
Wed, 3 November 2010 (after 7:00 PM until 08:14 PM )